उठो मेरे लाल, अब दिन आया, सूरज ने धरती को जगाया। हवा चली, फूल महकाए, पक्षी सब मधुर गीत सुनाए। जल में कमल मुस्कुराए हैं, भौंरे संग-संग गुनगुनाए हैं। पेड़ों पर चिड़ियाँ चहक रही, धरती पर खुशबू बहक रही। ऐसा सुंदर समय मत खोना, नींद से अब जल्दी जागो ना। देखो सूरज ऊँचा चढ़ आया, हरियाल...
उठो मेरे लाल, अब दिन आया, सूरज ने धरती को जगाया। हवा चली, फूल महकाए, पक्षी सब मधुर गीत सुनाए। जल में कमल मुस्कुराए हैं, भौंरे संग-संग गुनगुनाए हैं। पेड़ों पर चिड़ियाँ चहक रही, धरती पर खुशबू बहक रही। ऐसा सुंदर समय मत खोना, नींद से अब जल्दी जागो ना। देखो सूरज ऊँचा चढ़ आया, हरियाली ने भी रंग सजाया। मेरे प्यारे, अब मत सोओ, जीवन को हँसते-गाते संजोओ। For more details visit here: https://saynodrugs.com/importance-of-morning-of-hari-audha-poet/